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Sex ke bare main 5 झुठ जीनने आप सच मानते हैं?

 Sex ke bare main 5 झुठ जीनने आप सच मानते हैं? 

क्यूरियोसिटी तो होती है लेकिन कोई बताता नहीं अक्सर टीचर्स पेरेंट्स सभी इस बारे में बात करने से कतराते हैं यही कारण है कि इतनी बेसिक चीज पर भी मिसकंस्ट्रूड ना होने दूं और बल्कि मैं तो चाहूंगा कि इस चीज के बारे में हम खुलकर बात कर सकें ताकि जो गुप्त रोग हैं जिनके केसेस दिन भर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं और लोग चाहकर भी सलूशन नहीं ले पाते उन्हें इस पोस्ट के थ्रू सही दिशा मिल सके वैसे मैं आपको अपना बताता हूं जब मैं शायद नाइंथ स्टैंडर्ड में था तो एक दिन मेरे मम्मी ने मुझे कहा कि बेटा तुझे पता है हस्बैंड और वाइफ के बीच में एक अलग तरह का रिश्ता होता है मैं समझ गया किस बारे में बात हो रही है तो मैंने कहा नहीं मम्मी मुझे तो कुछ नहीं पता जबकि पता सब था उस ऑकवर्ड मूमेंट पर मैंने बात को टाल दिया और ये कह दिया मम्मी मुझसे ऐसी बातें मत किया करो लेकिन आज मैं ऐसे सोचता हूं कि मम्मी का अपने बेटे को सेक्स एजुकेशन देना ये एक अच्छी बात थी ऐसी बातें शुरू में ऑकवर्ड जरूर लगती है लेकिन मुझे लगता है कि पेरेंट्स को अपने बच्चों से जरूर करनी चाहिए ताकि जो बच्चे क्यूरियोसिटी में ही गलत चक्रों में फंस के परेशान होते हैं वो ना हो मैंने इस पोस्ट के लिए क्वालिफाइड गायनेकोलॉजिस्ट्स और सेक्सोलॉजिस्ट से भी प्रॉपर डिस्कशंस की है ताकि आपके सामने बिल्कुल ऑथेंटिक इंफॉर्मेशन रख सकूं आओ फिर बिना किसी देरी के इस इंटरेस्टिंग पोस्ट को शुरू करते हैं हेलो फ्रेंड्स वेलकम टू marudhar1.blogspot.com सबसे पहला मिथ जिसे बहुत लोग मानते हैं वो यह कि नीचे के बाल अनहाइजीनिक होते हैं 

Sex ke bare main



ये थोड़ी मॉडर्न प्रॉब्लम है कि लोग समझते हैं कि नीचे के बाल तो गंदे होते हैं काट लेने चाहिए मीडिया इंडस्ट्री भी इस तरह से प्रोजेक्ट करती है जिस वजह से हम ऐसा सोचने लग जाते हैं अगर कोई किसी के साथ इंटीमेट होने वाला हो तो उसे पहले यह सलाह दी जाती है।

 कि नीचे के बाल काट लेना ताकि सामने आपके पार्टनर को गंदा ना लगे कुछ लोगों को तो यह भी लगता है कि अगर नीचे के बाल ज्यादा बड़े हो तो कहीं इससे कोई इंफेक्शन वगैरह ना हो जाए लेकिन दोस्तों रियलिटी इससे बिल्कुल उल्टी है बल्कि प्यूबिक हेयर तो आपको इंफेक्शन से प्रोटेक्ट करते हैं फिर चाहे पुरुष हो या महिला नीचे के बाल रखने से आपको फायदा है देखो बॉडी में कहीं भी बाल आते हैं तो उनका अपना एक पर्पस होता है जैसे हमारी नाक के अंदर जो बाल होते हैं वो धूल मिट्टी और हार्मफुल माइक्रो ऑर्गेनिस्ट मस को ट्रैप कर लेते हैं बल्कि नीचे के हेयर फॉलिकल्स सीबम प्रोड्यूस करते हैं ये एक तरह का ऑयल होता है जो हार्मफुल ऑर्गेनिस्ट मस को रीप्रोड्यूस करने से प्रिवेंट करता है मॉडर्न डॉक्टर्स भी मानते हैं कि नीचे के बाल रखने से सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन दोनों के चांसेस बहुत कम हो जाते हैं नीचे के बाल होंगे तो इंटरकोर्स करते हुए फ्रिक्शन होगी जिससे रशेस नहीं पड़ेंगे कुछ एक्सपर्ट्स तो प्यूबिक हेयर को ड्राई लुब्रिकेंट की तरह भी मानते हैं वो इसलिए क्योंकि सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान हेयर टू हेयर रबिंग स्मूथ होती है एज कंपेयर टू स्किन टू स्किन रबिंग प्यूबिक हेयर अगर हो तो उस एरिया को ड्राई भी नहीं होने देते बल्कि गायनेकोलॉजिस्ट्स ऐसा कहते हैं कि नीचे के एरिया को शेव्ड रखने से कट्स वगैरह के चांसेस बढ़ जाते हैं तो देखो प्यूबिक हेयर कोई गंदे नहीं हैं बल्कि इनके अपने फायदे हैं और जब तक आप रोज नहाते हो वहां सफाई रखते हो तब तक आपको इन्हें बिल्कुल भी काटने की जरूरत नहीं फिर भी आप अगर इन्हें हटाना चाहो तो ये आपकी पर्सनल प्रेफरेंस है मैं तो नीचे के बाल काट देता हूं मुझे तो कोई इंफेक्शन नहीं हुई हां हो सकता है जैसे गाड़ी की टिपणी नहीं होती नीचे के बाल वैसे ही हैं जब तक चारों टायर चल रहे हैं कोई दिक्कत नहीं लेकिन जिस दिन कोई टायर पंचर हुआ उस दिन धोखा हो जाए बाकी अगर आप काटना भी चाहो तो हल्के हल्के कैंची से ही काटने चाहिए वहां रेजर वगैरह नहीं इस्तेमाल करना चाहिए


 एक और बहुत कॉमन मिथ जो खासकर लड़कों को रहता है ?


वो है। लिंक के साइज को लेकर अक्सर लड़कों में ये इनसिक्योरिटी हो जाती है ।

कि मेरे लिंक का साइज तो बहुत छोटा है पता नहीं मैं अपनी पार्टनर को सेटिस्फाई कर भी पाऊंगा या नहीं बल्कि आपको शायद यह बात जानकर हैरानी हो कि मैं अपने लिंग का साइज कैसे बढ़ाऊ यह सबसे ज्यादा पूछे जाने वाला सवाल है सेक्सोलॉजी कॉलम्स पर डॉक्टर से बात करके पता चलता है कि लड़के ही इस बात को ज्यादा सोचते हैं लड़कियों के लिए यह कोई बहुत इंपॉर्टेंट चीज नहीं है बायोलॉजिकली भी अगर हम बात करें तो जो फीमेल का जनाइट ऑर्गन होता है उसके पहले 2 इंचे ही सेक्सुअल स्टिमसन कितना भी बड़ा हो सेक्सुअल प्लेजर में लड़के को या लड़की को खास फर्क नहीं पड़ता इसलिए इरेक्शन के बाद 2 इंच का लिंग भी अगर हो जो कि सबका होता ही है तो भी इनफ है फीमेल सेटिस्फैक्ट्रिली 18-20 साल के बच्चे अपने लिंग के साइज को बहुत सीरियसली ले जाते हैं और फिर उसका साइज बढ़ाने के लिए पता नहीं कौन-कौन सी चीजें ट्राई करते हैं मार्केट में जो इस चीज के लिए क्रीम्स जेल्स गोलियां टेक्नीक जो कुछ भी है प्लीज आप उन पर अपना टाइम और पैसे बर्बाद ना करना ना उससे साइज बढ़ेगा और ना ही साइज बढ़ाने की कोई जरूरत है दो लोगों के बीच में जो इमोशनल बॉन्डिंग होती है सेक्सुअल इंटरकोर्स उससे ज्यादा प्लेजरेबल बनता है साइज से नहीं इसलिए दोस्तों साइज को छोड़ो और एक लविंग रिलेशनशिप बनाने पर फोकस करो अगला जो मिसकंसीवड में के बिना करेंगे अगर कुछ दिक्कत हुई तो आई पिल ले लेंगे तो देखो यह सही सोच नहीं है हां इस बात में डाउट नहीं कि सेक्सुअल इंटरकोर्स के 72 घंटों में अगर आई पिल अनवांटेड 72 या और ऐसी कोई इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल ली जाए तो प्रेगनेंसी के चांसेस बहुत कम हो जाते हैं लेकिन यह कोई फूल प्रूफ सलूशन नहीं है डॉक्टर्स मानते हैं कि 24 घंटे के अंदर-अंदर आईपी ली जाए तो 95 पर इफेक्टिव होती है एक दिन के बाद ली जाए तो 85 पर और 2 दिन के बाद ली जाए तो 58 पर ही इफेक्टिव होती है इसीलिए कहते हैं कि सेक्सुअल इंटरकोर्स के बाद जितनी जल्दी आईपी ली जाए उतनी ही इफेक्टिवली प्रेगनेंसी को प्रिवेंट करती है लेकिन दोस्तों इस टेबलेट की आदत नहीं बनानी चाहिए आखिर है तो यह एक इमरजेंसी पिल ही इसीलिए ये बहुत स्ट्रांग भी होती है अगर आप इसे रेगुलरली लेंगे तो आपको इसके साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जैसे डाइजेस्टिव प्रॉब्लम स्किन पर एलर्जी हार्मोनल इंबैलेंस किसी भी तरह की दिक्कत आ सकती है और यह भी समझो कि आई पिल आपको अनवांटेड प्रेगनेंसी से तो बचा सकती है लेकिन सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से कंडम ही बचाता है भाई ये सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन किसी को होती भी है या बस डराने के लिए भाई आप कभी स्पेशलाइज डॉक्टर से बात करके देखो आपको पता चलेगा कि यह जितना हमें लगता है उससे कहीं ज्यादा कॉमन है बल्कि शुरू में तो इनके कोई सिम्टम्स भी नहीं आते डॉक्टर्स ऐसा मानते हैं कि जो लोग एक के बाद एक अपने सेक्सुअल पार्टनर्स बदलते हैं मल्टीपल सेक्सुअल पार्टनर्स रखते हैं उन्हें एससीडी होने के चांसेस सबसे ज्यादा रहते हैं मैंने सुना है पब्लिक टॉयलेट सीट पर बैठने से भी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन हो जाती हैं क्या ये सच है देखो थोरेट्स ये ऑलमोस्ट इंपॉसिबल सा ही है टॉयलेट सीट से एसटीआईएचएल जो कि बहुत ही रेयर पॉसिबिलिटी है वैसे भी बैक्टीरिया वायरस या पैरासाइट्स टॉयलेट सीट जैसी हार्ड सरफेस पर ज्यादा देर तक सरवाइव नहीं कर पाते फिर भी सेफ साइड के लिए पब्लिक टॉयलेट सीट प बैठने से पहले एक बार उसे टॉयलेट पेपर वगैरह से पहुंच लेना चाहिए वैसे बात करें तो एसटीटीआई टॉयलेट सीट से नहीं मोस्टली स्किन टू स्किन कांटेक्ट जेनिटल टू जेनिटल कांटेक्ट या ओरल टू जेनिटल कांटेक्ट से ही फैलते हैं भाई मैं तो कंडम के बिना ही करता हूं जब निकलने वाला होता है तो बाहर निकाल लेता हां इसे पुल आउट या विड्रॉल मेथड भी कहते हैं और लोग इसका इसलिए इस्तेमाल करते हैं बिकॉज़ उन्हें लगता है कि कंडम के बिना सेक्स करने में ज्यादा मजा आता है लेकिन दोस्तों यह रिस्की है स्पर्म्स की स्पीड बहुत तेज होती है और सिर्फ एक ही स्पर्म चाहिए प्रेगनेंसी करने के लिए एक बार इजैकुलेट करने में कम से कम 15 मिलियन स्पर्म निकलते हैं और जरूरी नहीं कि आप सही टाइम पे बाहर निकाल पाओ इजेकुलेशन से पहले भी फ्लूइड निकलता है और उसमें भी स्पर्म्स हो सकते हैं और करते हुए एक प्रेशर भी रहता है कि एजैकुलेशन से पहले बाहर निकालना है एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पुल आउट मेथड का सक्सेस रेट आपकी मेंटल डिटरमिनेशन पे ही डिपेंड करता है जनरली यह 80 पर इफेक्टिव है और जहां तक इंफेक्शन की बात है तो यह मेथड बिल्कुल भी नहीं बचाता इसलिए हल्के से ज्यादा प्लेजर के लिए इतना बड़ा रिस्क लेना कोई बहुत सही तो नहीं और आईपीएल जैसी टेबलेट पे डिपेंड होना या आदत बनाना एक लेडी की हेल्थ के लिए बिल्कुल सही नहीं इसलिए सेफ्टी का ध्यान पहले रखें और जहां बात सेफ्टी की आती आती है यह समझो कंडम से बेहतर कुछ भी नहीं फिर कुछ लोगों को यह मिसकंसीवड मस पहनो तो डबल प्रोटेक्शन मिलेगी सुनने में वैसे सही भी लगता है कि बाय चांस अगर एक कंडम फट भी जाए तो दूसरा बचा लेगा लेकिन दोस्तों एक्चुअल में दो कंडम्स पहनने से कंडम फटने का रिस्क और बढ़ जाता है वो इसलिए क्योंकि दो कंडम्स जब एक के ऊपर एक चढ़े होते हैं तो उनमें आपस में ही घर्षण होता है जिस वजह से एक नहीं तो दोनों ही कंडम फट सकते हैं कुछ लोग कंड को वॉलेट में रखते हैं नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ के हिसाब से कंडम को रखने की यह जगह ज्यादा अच्छी नहीं है आप सोचो ना वॉलेट हम जनरली पीछे की जेब में रखते हैं और पूरे दिन बैठे रहते हैं हीट की वजह से या वैसे ही खिंचाव की वजह से भले ही ऊपर का रैपर दिखने में सही लगे बहुत बार अंदर से कंडम डैमेज हो जाता है इसलिए एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि कंडम को वॉलेट में नहीं रखना चाहिए अपनी अलमारी में बेड के साइड में जो टेबल होते हैं ऐसी किसी जगह में रखना बे है अच्छा एक बात बताओ पीरियड्स में सेक्स करते हुए कंडम ना पहने तो चलेगा ना अरे नहीं बिल्कुल पहनना चाहिए नहीं चलेगा हां यह बात सही है कि पीरियड्स में सेक्स करने से प्रेगनेंसी के चांसेस बहुत कम होते हैं लेकिन फिर भी पॉसिबिलिटी तो रहती ही है गायनेकोलॉजिस्ट्स कहते हैं कि देयर आर एब्सलूट नो सेफ टेज और वैसे भी एक बार स्पर्म अंदर चला जाए तो वो पांच दिन एक्टिव रह सकता है इसलिए पीरियड्स खत्म होने के बाद भी आप उसी स्पर्म से प्रेग्नेंट हो सकते हैं ये तो हुई प्रेग्नेंसी की बात दूसरी बात यह है कि पीरियड ब्लड में ऐसे माइक्रो ऑर्गेनिस्ट मस हो सकते हैं जिससे एसटीटीआई हो जाए इसलिए पीरियड्स में बिना कंडम सेक्स करने से यह पीरियड ब्लड मेल के जेनिटल ऑर्गन पे लगेगा जिससे इंफेक्शन का खतरा हो सकता है सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के हिसाब से पीरियड में बिना कंडम के सेक्स करना हेपेटाइटिस या एचआईवी का कारण भी बन सकता है बाकी अगर आयुर्वेदा की माने तो पीरियड्स में सेक्स करना ही नहीं चाहिए बिना कंडम तो दूर की बात है आयुर्वेद के अनुसार पीरियड के पहले तीन दिन तो भूलकर भी सेक्स नहीं करना चाहिए पहले तीन दिन सबसे ज्यादा ब्लीडिंग होती है ऐसे में एक लड़की की बॉडी बहुत वीक होती है अंदर वाद दोष का प्रकोप बड़ा होता है उस वक्त संभोग करना मतलब कंडीशन को और खराब करने वाली बात है एंडोमेट्रियोसिस यह एक बीमारी है जो आजकल वमन में बहुत बढ़ रही है पीरियड्स में सेक्स करना इसका एक कारण हो सकता है इसलिए मासिक धर्म के दौरान संभोग करना अवॉइड करें बिना कंडम करना तो सोच से बिना फिर आजकल एक और गलती है जो यंग लड़के कर रहे हैं वो यह कि उन्होंने वायग्रा को रीक्रिएशनल टेबलेट मान लिया है किसी भी केमिस्ट शॉप से बिना प्रिस्क्रिप्शन के मिल जाती है अब क्योंकि वायग्रा खाने से इरेक्शन लंबे समय तक रहता है तो लोग इसे एनहैंस्ड प्लेजर के लिए भी यूज करने लग गए हैं लेकिन दोस्तों आप चाहे डॉक्टर से पूछ लो यह बिल्कुल भी सही नहीं वायग्रा स्पेशली इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए बनाई गई थी इसे मजे के लिए खाओगे तो बहुत साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं इनफैक्ट एक खबर आई थी जिसमें एक बंदे ने ऐसे ही दो वायग्रा की टेबलेट्स खा ली अल्कोहल के साथ और फिर अगले दिन उसकी डेथ हो गई थी यह तो चलो एक एक्सट्रीम केस है लेकिन जनरली भी इसके साइड इफेक्ट्स हैं जैसे सर में दर्द होना शरीर में गर्मी बढ़ना हॉट फ्लैशेस होना और सबसे बड़ी बात तो यह है कि वायग्र एक तरह का ड्रग है पहली बार लोगे अच्छा इरेक्शन होगा दोबारा लोगे उससे कम होगा फिर बॉडी को आदत होने लगेगी धीरे-धीरे ऐसा हो जाएगा कि वायग्रा लिए बिना इरेक्शन होगा ही नहीं परमानेंटली इरेक्ट डिस्फंक्शन हो जाएगा आजकल इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के केसेस इतने ज्यादा बढ़ रहे हैं इसका एक कारण यह भी है सेक्सुअल स्ट्रेंथ के लिए कुछ लेना ही चाहते हो तो शिलाजीत लो अश्वगंधा लो सफेद मूसली लो कोच के बीज खाओ इनके कोई साइड इफेक्ट नहीं है बाकी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए कीगल एक्सरसाइजस का सबसे अच्छा रिजल्ट है होने लगती है फिर एक मिसकंसीवड यूरिन पास कर ले तो प्रेगनेंसी नहीं होगी देखो सेक्सुअल इंटरकोर्स के बाद मैन और वीमेन दोनों को ही यूरिन पास करना चाहिए वो इसलिए क्योंकि इससे यूटीआई इनफेक्शंस होने के चांसेस कम होते हैं और विमेन को तो मेन के कंपैरिजन में यूटीआई होने के चांसेस 30 गुना ज्यादा होते हैं इसलिए विमेन को तो सेक्सुअल इंटरकोर्स के बाद पक्का ही यूरिन पास कर लेना चाहिए लेकिन यूरिन पास करने से इंफेक्शन से ही बचोगे प्रेगनेंसी से बचना तो यह हो गया कि किसी मिठाई की शॉप पर जाकर बोलना कि भैया नमक दे दो फीमेल एनाटोमी को समझो विमेन के नीचे दो ओपनिंग होती हैं यूरिन के लिए अलग और सेक्सुअल इंटरकोर्स के लिए वजाइनल ओपनिंग अलग इसलिए स्पर्म अगर वजाइनल ओपनिंग में है तो भी यूरिन पास करने से उस पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला बाकी सेक्सुअल इंटरकोर्स के बाद अगर वजाइना को धोया जाए तो उससे भी प्रेगनेंसी होने के चांसेस कम नहीं होते बल्कि कुछ एक्सपर्ट्स का तो कहना है कि प्रेगनेंसी के चांसेस बढ़ जाते हैं वो इसलिए क्योंकि वजाइना को धोने से स्पर्म को आगे की तरफ धक्का लग सकता है और वो सर्विक्स तक पहुंच सकता है बाकी गायनेकोलॉजिस्ट तो वजाइना को धोने के अगेंस्ट ही है इसे वैजिनल डू शिंग भी कहते हैं और इसे रेगुलरली करने से वजाइना के अंदर का पीएच लेवल चेंज हो जाता है जिस वजह से बैक्टीरियल या यीस्ट इंफेक्शन भी हो सकती हैं दोस्तों कुदरत ने वजाइना को इस तरह से बनाया है कि इसे हमें अंदर से साफ करने की जरूरत नहीं एक सेल्फ क्लींजिंग ऑर्गन है मोटी मोटी बात यह है कि अनवांटेड प्रेगनेंसी से बचने के लिए यूरिन पास करना धोना यह सब तरीके नहीं चलेंगे कंडम का इस्तेमाल करना ही बेस्ट है क्या हुआ परेशान है अबे भाई मेरी बंदी का फर्स्ट टाइम नहीं था फर्स्ट टाइम तुझे किसने बताया कल हमारे बीच में हुआ और उसका ब्लड ही नहीं निकला तो भाई ब्लड मतलब प्रूफ ना अबे यार कौन सी दुनिया में है तू मतलब मतलब ये कि अगर कभी भी सेक्सुअल इंटरकोर्स नहीं हुआ तो भी ब्लड निकले ऐसा कोई जरूरी नहीं देखो वजाइना के ऊपर एक पतली सी झिल्ली होती है जिसे हाइमन कहते हैं ये वैसे तो फ्लेक्सिबल होती है लेकिन बहुत सी ऐसी चीजें भी हैं जिस वजह से हाइमन बिना सेक्सुअल इंटरकोर्स के भी ब्रेक हो सकता है रिग्रेस वर्कआउट करने से बहुत स्ट्रेचिंग करने से पीरियड्स में टैंपस या मेंस्ट्रुअल कप्स का इस्तेमाल करने से मास्टरबेशन करने से यह झिल्ली टूट सकती है बहुत बार तो लेडीज को खुद भी पता नहीं चलता कि उनका आज हाइमन ब्रेक हो गया है इसलिए अगर आप एक लड़की हैं और आपके फर्स्ट इंटरकोर्स के बाद ब्लीडिंग नहीं हुई तो बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं यह बिल्कुल नॉर्मल है लड़कों को भी चाहिए कि अपनी पार्टनर को इस बेसिस पे बिल्कुल भी जज ना करें फिर एक मिसकंस्ट्रूड को रिलैक्स करता है हर हफ्ते कर लेना चाहिए हां आजकल मास्टरबेशन कॉमन और नॉर्मल हो गया है लेकिन जरूरी तो नहीं कि जो चीज कॉमन हो वो सही भी हो भले मॉडर्न साइंस मास्टरबेशन को हेल्दी माने लेकिन आयुर्वेद तो बहुत स्ट्रिक्टली कहता है कि मास्टरबेट करने से शरीर की जीवनी शक्ति बाहर निकलती है जिससे धीरे-धीरे शरीर अंदर से खोकला होने लगता है दोस्तों आज का टाइम ऐसा है कि अगर आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नॉलेज है तो आपके लिए जॉब ढूंढना या जॉब में एक्सेल करना बहुत आसान हो जाएगा ग्रोथ स्कूल एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म है जो तीन घंटे की वर्कशॉप प्रोवाइड करते हैं एआई पर वैसे तो यह एक पेड वर्कशॉप है लेकिन फिट ट्यूबर कम्युनिटी के पहले 1500 लोगों के लिए यह बिल्कुल फ्री है यही नहीं यह वर्कशॉप करने के बाद आपको मिलेगा ₹5000000 लगता है कि यह जरूर करनी चाहिए वैसे भी फ्री तो है वेले रजाई में बैठ के आराम से अटेंड करना इसलिए जल्दी से जल्दी रजिस्टर कर लो डिस्क्रिप्शन बॉक्स में लिंक दिया है इनके whatsapp2 में साइड इनकम बनाने के लिए अच्छी अपॉर्चुनिटी है ज्यादा मास्टरबेशन करने से चेहरे का ग्लो खत्म हो जाता है और माइंड में नेगेटिव थॉट्स आने लगते हैं खैर इस बारे में डिटेल में हमने इस वीडियो में बात की है बल्कि 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