Hariyana ka history kab aarambha huaa/हरियाणा का इतिहास कब आरम्भ हुआ
hariyana.हरियाणा का गौरवशाली इतिहास वैदिक काल से आरम्भ होता है। वैदिक कालीन सरस्वती नदी इसी राज्य से होकर बहती थी।
इसी नदी के तट पर वेदों की रचना की गयी। कौरवों और पाण्डवों के मध्य ऐतिहासिक महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र हुआ था, जो हरियाणा में ही है।
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इसी राज्य के पानीपत नामक स्थान पर सोलहवीं शताब्दी से अठारहवीं शताब्दी के मध्य में तीन निर्णायक युद्ध हुए। सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के पश्चात् अंग्रेजों ने इस क्षेत्र को पंजाब राज्य में मिला दिया।
बाद में राज्यों के पुनर्गठन के परिणामस्वरूप 1 नवम्बर, 1966 को आधुनिक हरियाणा राज्य अस्तित्व में आया।
उद्योग : इस राज्य में 42 हजार से अधिक छोटे पैमाने के औद्योगिक कारखाने तथा 380 बड़े व मध्यम दर्जे के कारखाने हैं। प्रमुख उत्पादन- चीनी, सीमेंट, कागज, पीतल का सामान, साइकिलें, ट्रैक्टर, जूते, टायर-ट्यूब, सिनेटरी का सामान, वनस्पति घी, पिंजौर का एच. एम. टी. (घड़ी और ट्रैक्टर) कारखाना, पानीपत का कम्बल और हथकरघा उद्योग एवं राष्ट्रीय डेयरी अनुसन्धान संस्थान- करनाल आदि हैं।
Hariyana ka history kab aarambha huaa और सांस्कृतिक व पर्यटन केन्द्र भी है
सांस्कृतिक केन्द्र :- कुरुक्षेत्र (गीता की उपदेश स्थली, ब्रह्म सरोवर, भद्रकाली शक्ति पीठ) पेहोवा (पृथूदक या सरस्वती तीर्थ), चण्डी मन्दिर (चण्डीगढ़) मनसादेवी (पंचकूला), गुड़गाँव (द्रोणाचार्य का मन्दिर)।
पर्यटन केन्द्र :- सूरजकुण्ड, सोहना (गुड़गाँव), पिंजौर के उद्यान (कालका). मोरनी हिल्स (नारायणगढ़)। इसी प्रांत के कुरुक्षेत्र में विद्या भारती द्वारा संचालित संस्कृति बोध परियोजना का अखिल भारतीय मुख्यालय है।
hariyana samachar in hindi
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