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Aisa Mera desh ho - ऐसा मेरा देश हो

Aisa Mera desh ho - ऐसा मेरा देश हो

नोट :( नमस्कार मैं marudhar1.blogspot.com में आपका स्वागत है आज हम देश भक्ति के बारे में स्टोरी पढ़ेंगे ''Aisa Mera desh ho - ऐसा मेरा देश हो" )

लहराती हरियाली हो. महकाता मधुरेश हो। 
नई जिन्दगी झूमे जिसमें ऐसा मेरा देश हो।। 

हर घर में हो नया तराना हर घर में हो गीत नया। 
मेहनत की ममता में डूबा, जागे फिर संगीत नया। 
नए रंग हों, नव उमंग हो, नई बात हो, नए ढंग हो। 
नव विकास की नई किरण में, तम का कहीं न लेश हो।।







ऐसा मेरा देश हो।(Aisa Mera desh ho)

पर्वत को भी तोड़ चले जो टकराए तूफान से।

कोटि चरण प्रस्थान करें, नव पौरुष से अभिमान से।।

गगन गहरता गूँजे गान, जागे सारा हिंदुस्तान।

डगर-डगर से नगर-नगर से, निविड तमिश्रा शेष हो ।। ऐसा मेरा देश हो।

मिट्टी का मोती मुस्काए खेतों में खलिहानों में। 
अपनेपन का दीप नया फिर, जागे नए किसानों में ।।
 
अपनी धरती हो निर्धन की पूरी हो आशा जन-जन की। कोई रहे न भूखा नंगा, ना कोई दरवेश हो।।

ऐसा मेरा देश हो। कमेंट में हमें लिख कर बताया कि कैसी
लगी हमारी स्टोरी और कमेंट में जय हिन्द लिखना ना भूलें




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